जय श्री राधे कृष्ण
जय श्री राधे कृष्ण
हाथ तेरे हाथ दिया,
मन को भी साथ लिया,
मांग तेरे नाम पिया,
सुंदर सजाई है।
दूर अपनों की आस ,
मन भर प्रेम प्यास ,
अपना बनाने तुझे,
मेहंदी रचाई है।
बाबुल की परी प्यारी ,
दादी -नानी की दुलारी,
छोड़-छाड़ फुलवारी
पिया घर आई है।
बांधी रीत- प्रीत डोर ,
जिसका न ओर - छोर,
श्याम छवि अविरल,
राधे मन भाईं है
Jay shree krishna
ReplyDeleteJay shree krishna
ReplyDeletejay shree krishna
ReplyDeletejay shree krisanaa
ReplyDeletejay dwarkeshhhh
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