Lyrics
(。♥‿♥。)
छोड़ो बिस्तर छोड़ो सुस्ती
सुबह सुबह कुछ करलो मस्ती
सर्दी के दिन अब आ गए
गरम गरम सब भा गए
वर्जिश करके दौड़ लगावो
अपना जीवन स्वस्थ बनाओ
रोग के आगे किसकी हस्ती
छोड़ो बिस्तर छोड़ो सुस्ती
योग करो और ध्यान लगावो
खुशियों के खजाने पावो
शुद्ध हवा में सांस ले लो
खुल का खेलो और हंसलो
छोड़ो जी थोड़ी ये बस्ती
छोड़ो बिस्तर छोड़ो सुस्ती
शक्ति का संचार होता
नहीं कोई बीमार होता
पंछियों के गीत सुनलो
आज कुछ सपने बुनलो
जीवन कठिन है मौत सस्ती
छोड़ो बिस्तर छोड़ो सुस्ती
(。♥‿♥。)
Feel it
ReplyDeletesuperb
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